कोतमा (ईएमएस)। लौटने मानसून तथा बंगाल की खाली मेब ने हवा के निम्न दाब ने 18 अक्टूबर से रिमझिम बारिस का सिलसिला 20 अक्टूबर को भी जारी रहा दिनभर आसमान मे काले छाये रहे और बारिश की बूंदे एक एक कर झरती रही जिसके कारण दिनभर सूर्यदेव के दर्शन नही हो सके। वहीं बारिश के लगी झडी के कारण तापान मे भी एक डिग्री गिरावट दर्ज की गई दिन के समय ही वातावरण मे ठण्ड का महौल बना रहा जिससे जनजीवन प्रभावित रहा। एक ओर जहां बारिश के बूंदो से मौसम ठण्ड का प्रभाव गहराता जा रहा है वही बारिश फसलो को नुकसाने की संभावनाए भी दिखने लगी है।
लौटने मानसून तथा बंगाल की खाली मेब ने हवा के निम्न दाब ने 18 अक्टूबर से रिमझिम बारिस का सिलसिला 20 अक्टूबर को भी जारी रहा।

फसल होंगे बर्बाद कृषि विभाग का मानना है कि लगातार कुछ दिनो तक हालत बने तो खासकर दलहनी, व तिलहन फसलो को नुकसान होगा अरहर उडद सोयाबीन सरसो तिल जैसे तैयार फसल बर्बाद हो जायेगें जबकि तैयार धान को भी नुकसान होगा। बारिश मे और मौसम मे आये बदलाव के बाद दीपावली की तैयारियों मे जुटे व्यापारियों के साथ मिट्टी के दीपक की तैयारी मे जुटे कुम्हारो का कार्य प्रभावित हो रहा है बारिश के कारण उनके तैयार की सामग्री धूप की सूखन आग की तमन मे नही पहुच रहे है जबकि व्यापारियों की खुद की खरीददारी के दुकान मे सजे सामान के ग्राहक कम पहुच रहे है।