लखनऊ (ईएमएस)। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आने वाले त्यौहार दीवाली और कमलेश तिवारी मर्डर केस के बाद के हालातों को देखते हुए शनिवार की देर रात अपने आवास पर सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने को लेकर सभी अधिकारियों को निर्देश जारी किए। उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट करते हुए कहा कि नेपाल में मुस्लिम मुक्ति मोर्चा की गतिविधियां संदिग्ध हैं। बेहतर तालमेल बनाकर काम करें। बैठक के दौरान योगी ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में निरंतर निगरानी होनी चाहिए। नेपाल में मुस्लिम मुक्ति मोर्चा की गतिविधियां संदिग्ध हैं। बार्डर से सटे जनपदों के अधिकारी सतर्क रहें। एसएसबी के साथ बेहतर तालमेल बनाएं। यही नहीं सीमावर्ती नेपाली प्रशासन से भी संवाद कायम करें, उनसे सूचनाएं हासिल करें, जिससे अराजक तत्वों के मंसूबे विफल किए जा सकें। बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के बार्डर वाले जिले के अधिकारी भी सतर्क रहें।
अधिकारियों को अलर्ट करते हुए कहा कि नेपाल में मुस्लिम मुक्ति मोर्चा की गतिविधियां संदिग्ध हैं।

योगी ने बैठक में कहा है कि 1990 से लेकर 2018 के बीच आतंकी घटनाओं में शामिल रहने वाले या फिर परोक्ष-अपरोक्ष रूप से आतंकी घटनाओं से जुड़े रहने वाले व्यक्तियों का सोशल मीडिया अकाउंट चेक करें, अगर वे जेल से बाहर हैं तो उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेंजे। उपद्रवी मानसिकता के लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस के अधिकारी थाने में न बैठे, बल्कि अपराधियों के दरवाजे खटखटाए, जिससे उनके मन में खौफ हो. कमलेश तिवारी हत्याकांड में जिस तरह की साजिश निकलकर आ रही है, उसके बाद से यूपी के पुलिस अधिकारी और सख्त हो गए हैं।