नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान-2 मिशन पूरा न होने के बावजूद इसरो को अन्य महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों के लिए पूरी ताकत से लगे रहने को कहा है। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी आगे का रोडमैप तय करने और सरकार की ओर से हर संभव मदद देने के लिए बहुत जल्द एक बैठक बुला सकते हैं। इस बैठक में इसरो के अलावा अन्य संबंधित विभागों के विशेषज्ञ और प्रतिनिधि शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के पास अंतरिक्ष तकनीक से जुड़े मंत्रालय का भी प्रभार होता है। इस बैठक में पीएम मोदी ‘गगनयान-2022’ की भी समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही वह इसरो को यह भरोसा भी दिलाएंगे कि सरकार पूरी तरह उनके साथ खड़ी है।
इसी सप्ताह पीएम मोदी की रूस के यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच गगनयान से जुड़े प्रशिक्षण देने के मसले पर अहम समझौते हुए।
पिछले साल पंद्रह अगस्त को पीएम मोदी ने लाल किले से ऐलान किया था कि 2022 में भारत पहली बार अंतरिक्ष में इंसान को भेजेगा। भारत अगर ऐसा करने में सफल होता है तो वह दुनिया में ऐसा कर पाने वाला चौथा देश हो जाएगा। इसरो इस दिशा में पिछले कुछ सालों से काम कर रहा है। पीएम मोदी ने सन 2014 में सत्ता संभालने के बाद स्पेस मिशन पर काफी फोकस करने का काम किया। पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर न सिर्फ भारत की अंतरिक्ष शक्ति की बात करते रहे हैं, बल्कि दूसरे देशों से इसमें सहयोग को भी बढ़ावा दे रहे हैं। इसी सप्ताह पीएम मोदी की रूस के यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच गगनयान से जुड़े प्रशिक्षण देने के मसले पर अहम समझौते हुए। सूत्रों के अनुसार, समीक्षा बैठक के बाद इसरो के लिए सरकार 2000 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बजट को हरी झंडी दे सकती है।