नई दिल्ली (ईएमएस)। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दिल्ली विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय समेत 5 सरकारी संस्थानों को इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (आईओई) का दर्जा दिया है, जबकि दो राज्य विश्वविद्यालयों को यह दर्जा देने के लिए संबंधित राज्य सरकारों को पत्र लिखा गया है। इसके अलावा पांच निजी विश्वविद्यालयों को आईओई का ‘लेटर ऑफ इंटेंट’ जारी किया गया है। वहीं, दो निजी विश्वविद्यालयों शिव नादर यूनिवर्सिटी और ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी को आईओई का दर्जा देने के लिए यूपी व हरियाणा सरकार को इन संस्थानों को मानद विश्वविद्यालय में तब्दील करने को कहा गया है।
इनमें आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर, दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और हैदराबाद विश्वविद्यालय शामिल हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि पांच उच्च शिक्षा संस्थानों को सार्वजनिक श्रेणी के तहत आईओई का दर्जा देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। इनमें आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर, दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और हैदराबाद विश्वविद्यालय शामिल हैं। आईओई दर्जे के लिए यूजीसी ने दो राज्य विश्वविद्यालयों-जादवपुर यूनिवर्सिटी और अन्ना विश्वविद्यालय के नाम की सिफारिश भी की थी।